21 June 2008, इकनॉमिक टाइम्स
चंडीगढ़: चंडीगढ़ का एक कस्बा है फाजिल्का। है तो कस्बा, लेकिन लोगों को घर से दफ्तर या बाजार जाना हो तो फोन घुमा कर रिक्शा बुला सकते हैं यानी कस्बे में तीन किलोमीटर तक कहीं भी आना-जाना हो तो एक फोन पर रिक्शा आपके दरवाजे तक आ जाएगा। ग्रैजुएट वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ फाजिल्का यह सुविधा उपलब्ध करा रहा है। इस एसोसिएशन का साथ देने के लिए हाथ बंटा रहा है चेक गणराज्य का वर्ल्ड फॉर फ्री नेटवर्क। यह रिक्शा सेवा की अवधारणा फोन-अ-कैब के विचार पर आधारित है।
फाजिल्का में इसे पुष्पक सेवा के नाम से जाना जाता है। यहां पिछले 40 साल से 450 रिक्शा यूनियन वजूद में हैं। ग्रैजुएट वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ फाजिल्का कोशिश कर रहा है कि आने वाले दिनों में आधुनिक रिक्शा लाया जाए। ऐसे रिक्शे जो हल्के और ज्यादा जगह वाले हों। इस एसोसिएशन के सचिव नवदीप आशिजा ने बताया कि वे चाहते हैं कि फाजिल्का के लोगों को आधुनिक रिक्शे की सेवा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने बताया, 'हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि रिक्शा चलाने वालों को भी आधुनिक किस्म के पैडल और तकनीक वाले रिक्शा मुहैया कराए जाएं। इससे फाजिल्का में लोगों को 10 मिनट के भीतर घर पर रिक्शा मिला करेगा।'
बेहतर रिक्शा सेवा से रोज तकरीबन 900 लीटर डीजल और पेट्रोल की बचत की जा सकती है। इतना ही नहीं, 13,950 किलोग्राम स्वच्छ हवा को प्रदूषित होने से भी बचाया जा सकता है। शहर में बेहतर यातायात सेवा उपलब्ध कराने के लिए एसोसिएशन रिक्शा सेवा को मजबूत बनाने पर काम कर रहा है।
फाजिल्का रैपिड रिक्शा ट्रांजिट ने फाजिल्का में बेहतर यातायात सुविधा देने के लिए पांच जोन का निर्माण किया है। हर एक जोन में ईको कैब मैनेजमेंट केंद्र होगा। इन केंद्रों पर हर समय रिक्शा मौजूद हुआ करेगा। कोई भी, कभी भी, फोन कर 10 मिनट में रिक्शा बुला सकता है। नंबर याद करने में भी दिक्कत नहीं है क्योंकि ये नंबर बड़े ही आसान होंगे। इसके लिए सिर्फ 510041,51,61,71 और 81 पर डायल करना होगा।
फाजिल्का में लोगों के बीच यातायात सुविधा को लेकर इतनी जागरूकता है कि इस एसोसिएशन को 200 रिक्शा सदस्य मदद कर रहे हैं। विक्रम आहूजा शहर में स्थानीय किसानों को खेती में नए-नए प्रयोग करने के लिए कॉल सेंटर की सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
वह बताते हैं कि उनकी बातचीत साइकिल निर्माता और टेलीकॉम कंपनियों से चल रही है कि वे अपने उत्पादों का प्रचार रिक्शाचालकों के यूनिफॉर्म पर और रिक्शों पर करें। इनसे आने वाले पैसे का इस्तेमाल नए और आधुनिक रिक्शे खरीदने में किया जाएगा। नए रिक्शे लो फ्लोर वाले और ज्यादा जगह वाले होंगे। रिक्शा चालकों को नए रिक्शे शून्य ब्याज दर पर मिल सकेंगे। यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो इस पुष्पक सेवा को पंजाब के बाहर भी ले जाया जा सकेगा। इस प्रयोग के दूसरे चरण में एसोसिएशन द्वारा रिक्शा चालकों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराए जाने की भी योजना है।